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लोकसभा चुनावों के इतिहास में अब तक की सबसे अधिक जब्ती, ₹4,650 करोड़ के साथ बना रिकॉर्डHighest seizure ever in the history of Lok Sabha elections, record set with ₹4,650 crore

लोकसभा चुनावों के इतिहास में अब तक की सबसे अधिक जब्ती, ₹4,650 करोड़ के साथ बना रिकॉर्ड



नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने सोमवार को बताया कि उसने देश में लोकसभा चुनावों के 75 साल के इतिहास में अब तक की सबसे अधिक जब्ती की है। इस बार के आम चुनावों में 1 मार्च से 13 अप्रैल तक देश के 36 राज्यों से 4,658 करोड़ रुपये के विभिन्न तरह के आइटमों की रेकॉर्ड जब्ती की गई है। यह जब्ती 2019 में पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान जब्त 3,475 करोड़ रुपये से भी अधिक है। इस जब्ती में 395 करोड़ रुपये नकद, 489 करोड़ रुपये की शराब, 2,068 करोड़ रुपये की ड्रग्स, 562 करोड़ रुपये का सोना-चांदी जैसे मेटल और 1142 करोड़ रुपये के उपहार जब्त किए गए हैं। इन्हीं मामलों में 2019 में कैश और सोना-चांदी जैसे मेटल अधिक पकड़ा गया था।

इस बार के चुनाव में विभिन्न राजनीतिक पार्टियां और उम्मीदवार वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए अगर सबसे अधिक कुछ बांटने की कोशिश कर रहे हैं तो वह है उपहार। इसके बलबूते राजनीतिक दल चुनावों के नतीजे अपने मनमाफिक करने के पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं। उपहारों के बाद सोना-चांदी और इसी तरह के महंगे मेटल पकड़े जाने में तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, राजस्थान और असम टॉप-5 में हैं। विभिन्न राजनीतिक पार्टियां, चुनावी मैदान में खड़े उम्मीदवार और इनके राइट हैंड वोटरों को अपनी तरफ खींचने के लिए फ्री में मोबाइल फोन, लैपटॉप, स्मार्ट वॉच, परफ्यूम और अन्य उपहार की पेशकश कर रहे हैं।

वोटरों को तोहफे बांटने की कोशिश में देश में टॉप-10 राज्यों की बात करें तो इनमें पहले नंबर पर राजस्थान, दूसरे पर पश्चिम बंगाल और तीसरे पर महाराष्ट्र हैं। इनके बाद कर्नाटक, बिहार, गुजरात, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ का नंबर है। जहां चुनाव आयोग की टीमों ने फ्रीबी के नाम पर सबसे अधिक उपहार जब्त किए हैं। हालांकि, एक अच्छी बात यह भी है कि कुछ राज्य ऐसे भी सामने आए हैं जहां चुनाव आयोग की टीमें अब तक वोटरों को बांटने की कोशिश करते हुए एक रुपये का भी गिफ्ट जब्त नहीं कर पाई है। इनमें अंडमान-निकोबार, चंडीगढ़, दमन-द्वीव, लद्दाख, लक्षद्वीप और पुदुचेरी हैं।

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