महू विधानसभा में भाजपा की कमजोर होने से मुझे कांग्रेस का चुनाव लड़ना पड़ा
संघ जिला पदाधिकारी मुझे मिले मुझे चुनाव लड़ने का कहा,आज प्रेस कांफ्रेंस में बड़ा खुलाशा किया राम किशोर शुक्ला ने
महू, भारतीय जनता पार्टी की स्थापना दिवस पर कांग्रेस के विधानसभा प्रत्याशी रामकिशोर शुक्ल द्वारा भाजपा सदस्यता विधायक उषा ठाकुर की उपस्थिति में ली गई इस सदस्यता पर सदस्यता लेने के बाद से ही प्रश्न चिन्ह लग रहे थे मीडिया के माध्यम से भी खबरें आ रही थी ऐसे में आज प्रेस वार्ता के माध्यम से शुक्ला द्वारा बताया गया कि मैं कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा प्रत्याशी कैसे बना इसके पीछे बड़ा पर्दाफाश करते हुए उन्होंने बताया कि संघ जिला पदाधिकारी ने मुझे संपर्क किया और कहा कि भाजपा प्रत्याशी का पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा खुलकर विरोध किया जा रहा है जिससे लगता है कि भाजपा प्रत्याशी यहां से हार जाएगा इसके लिए आपको कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ना पड़ेगा और आपके लड़ने के बाद दरबार निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे जिसकी व्यवस्था पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा की गई है मैं जब विधायक उषा ठाकुर से चुनाव लड़ने की चर्चा की तो उन्होंने मुझे चुनाव लड़ने की स्वीकृति दी उसके बाद मैं चुनाव लड़ने का फैसला किया और एक रणनीति के तहत चक्रव्यूह में लड़ने के लिए मुझे भेजा गया जिसमें मैं वीरगति को प्राप्त हुआ और पांडवों की विजय हुई यही कारण है कि उषा ठाकुर 34000 से अधिक मतों से विजय हुई जिसकी ठाकुर भी नहीं करती थी मेरे द्वारा दीदी से चर्चा कर चुनाव लड़ा गया और दीदी के मौजूदगी में ही मैंने वापस सदस्यता प्राप्त करी आपने कांग्रेस के कमलनाथ को पैसे देकर टिकट लिया इस बात पर शुक्ला ने कहा कि कमलनाथ जी बहुत अच्छे व्यक्ति हैं कांग्रेस पार्टी को दो-दो बार प्रदेश में स्वयं के पैसे से चुनाव लड़ा चुके हैं वह मेरे से पैसे क्यों लेंगे वहीं उन्होंने कहा कि अब मैं किसी प्रकार का भी चुनाव नहीं लडूंगा नगर पंचायत महू गांव के पदाधिकारी अध्यक्ष एवं पार्षदों को मैं साथ लेकर नहीं आया मैंने उनसे कहा आप ज्यादा से ज्यादा वोटो से दीदी को जितवाएं की यही कारण है कि 10000 वोटो से ज्यादा वोटो से दीदी को नगर पंचायत महू गांव में विजय प्राप्त हुई
यह भी पूछा गया कि आपने कांग्रेस के संग धोखा किया है तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता सज्जन वर्मा अध्यक्ष जीतू पटवारी से चर्चा के बाद ही में भाजपा में आया हूं और विधिवत मेरे द्वारा ₹1000 की रसीद कटाई गई है आपने यह भी कहा कि अगर मैं चुनाव जीत जाता तो विधानसभा से इस्तीफा देकर भाजपा में चला जाता मैं प्रत्येक कुर्बानी देने को तैयार हूं भाजपा की रीति नीति मैं पसंद करता हूं और करता रहूंगा
अगर यह सब घटनाक्रम सत्य है तो यह भी मानकर चलो कमलनाथ द्वारा भाजपा मिलजुल कर प्रदेश में कुछ प्रत्याशी लड़ाए थे और हो सकता है कमलनाथ भाजपा में जाना चाहते हो किंतु नहीं जा पाए भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टियों एवं उनके सहयोगी दल इस प्रकार का काम करते हैं तो यह सही नहीं है इतना जन समर्थन मिलने के बाद भी इस प्रकार का कार्य भाजपा के लिए एक प्रश्न चिन्ह है
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