Ad Code

Responsive Advertisement

नंगे के सब ग्रह बलवान !All the planets of Naked are strong!

नंगे के सब ग्रह बलवान !

राजनिति ,फेमस और नग्नता तीनों में एक ही समानता है ?



प्रणव बजाज

हम पैदा नंगे होते हैं लेकिन अभिभावक पहले से ही मनपसंद कपडे खरीद कर रखते हैं। वह बात अलग है कि किसी के नसीब में सामान्य कपडे होते हैं तो किसी नसीब में डिज़ाइनर। बच्चा घर के माहौल, पारिवारिक अर्थ व्यवस्था और माता पिता की रूचि अनुसार कपडे पहनना शुरू कर लेता है। बड़ा होते होते माता पिता पूछते हैं कि उसे कौन सी ड्रेस पसंद है। मेहनत और भाग्य के मिश्रण से अगर फेमस हो जाए तो कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां उसे नंगा होना पड़ सकता है। यह एक राष्ट्रीय ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय शर्त है, जहां फेमस वहां नग्नता। वह बात अलग है कि कपडे पहन कर भी नंगा हुआ जा सकता है। कई बार महंगे से महंगे कपडे पहने होते हैं लेकिन दूसरों को नंगा लगता है।   

राजनीति एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें हर कोई नेता अपने हिसाब से नंगा होता है। कुछ नेता बड़े सलीके से नंगे होते हैं और ईमानदारी से मान लेते हैं कि वह नंगे हैं। दूसरे ऐसे भी हैं जो बेपरवाह होकर नंगे हो जाते हैं और शोर मचा देते हैं देखो देखो ..... मैं अपना स्वार्थ पूरा करने के लिए नंगा हो गया हूं। कुछ ऐसे हैं जो दूसरों को नंगा करने की फिराक में रहते हैं और उनके वस्त्र खुद पहन कर उन जैसा होना चाहते हैं लेकिन मानते नहीं कि वे दूसरों को नंगा करते फिरते हैं। कुछ नेता इतने शालीन तरीके से नंगे होते रहते हैं कि सेलिब्रिटी हो जाते हैं। अलग किस्म के ऐसे नेता भी हैं जो मशहूर होने के बाद नंगे होने लगते हैं। कम फेमस नेता, उनसे प्रेरणा पाकर नंगे होने की कोचिंग लेते हैं और कई बार तो उनसे बेहतर अंदाज़ में नंगे होकर दिखाते हैं। कह सकते हैं कि उनको पीछे छोड़ जाते हैं। चुनाव के मौसम में तो सब एक दूसरे को कई तरह से नंगा करने की ताबड़तोड़ कोशिश में रहते ही हैं। हैरानी की बात है महिलाएं भी ऐसा करने लगती है।

ख़ास अंदाज़ में नंगा होने का रुझान आजकल उभरते और फेमस कलाकारों में बहुत है। मजेदार यह है कि कई स्थापित हीरो पूरे नंगे हो चुके हैं। इस प्रतियोगिता में फ़िल्मी तारिकाओं से लेकर टीवी कलाकार, युवतियां, गृहणियां और प्रौढ़ महिलाएं तक शामिल हैं। वे इसे धार्मिक कार्य की तरह करती हैं। एक बार मिली ज़िंदगी को शायद वे एक उत्सव की तरह अर्धनग्न होकर मनाना चाहती हैं। वह बात अलग है कि उनकी इस संतुष्टि में फूहड़ता भी नाचती दिखती है।  

इस सब की प्रेरणा फैशन और ग्लैमर की दुनिया में सफल होने या रहने को बेताब अनेक फेमस व्यक्तित्व हैं। जिन्होंने अपने शरीर को स्वादिष्ट नॉन वैज डिश की तरह पेश करना शुरू कर रखा है। वह बात अलग नहीं है कि उनकी इन अदाओं से बेशर्मी भी शर्मशार हो चुकी है। उनकी निजी स्वतंत्रता ने पैसा और फेमस होने की इच्छा को जैसे तैसे सफल बनाकर एक नैतिक और सामाजिक अपराध में बदल दिया है। 

फेमस को भी पता है अगर कपड़े पहनकर इठलाती रही तो कोई उसे ज्यादा देर देखेगा नहीं क्यूंकि वक़्त नंगे हो जाने का है लेकिन राजनीति का पता नहीं क्योंकि नंगे के सब ग्रह बलवान !

Post a Comment

0 Comments

Ad Code

Responsive Advertisement