Ad Code

Responsive Advertisement

डेडली’ नाम से मशहूर इस क्रिकेटर का निधन, लिए थे 3000 से ज्यादा विकेटThis cricketer, famously known as 'Deadly', passed away; he had taken more than 3000 wickets

डेडली’ नाम से मशहूर इस क्रिकेटर का निधन, लिए थे 3000 से ज्यादा विकेट



इंग्लैंड के महान क्रिकेटर और स्पिन गेंदबाज डेरेक अंडरवुड का 78 की उम्र में निधन हो गया है. उनकी काउंटी टीम केंट ने इस बात जानकारी दी. बता दें कि डेरेक अंडरवुड ‘डेडली’ के नाम से मशहूर थे और बहुत कम उम्र में ही अपनी गेंदबाजी से तहलका मचा दिया था. उन्होंने 17 साल की उम्र में काउंटी टीम केंट की तरफ से अपने क्रिकेटिंग करियर की शुरुआत की थी. अगले तीन दशक में उन्होंने कुल 1087 मैच खेले, जिसमें 3037 विकेट चटकाए. वहीं डेरेक अंडरवुड ने इंग्लैंड के लिए खेलते हुए 86 टेस्ट मैचों में 297 विकेट लिए थे.

इंग्लैंड के इतिहास का सबसे सफल स्पिनर

डेरेक अंडरवुड इंग्लैंड के इतिहास में सबसे सफल गेंदबाजों में से एक हैं. इंग्लैंड के लिए विकेट लेने के मामले में वो छठे नंबर पर हैं. स्पिन गेंदबाजों की बात करें तो उनसे आगे कोई नहीं. मशहूर ऑफ स्पिनर ग्रैम स्वान (255) भी उनसे काफी पीछे हैं. वैसे तो अंडरवुड ने अपने करियर में केवल 26 वनडे मुकाबलों में हिस्सा लिया, लेकिन पहले विश्व कप (1975) में शानदार प्रदर्शन से उन्होंने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया था. पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने 22.93 की बेहतरीन औसत से 32 झटके थे.

18 की उम्र में कर दिया था कारनामा

क्रिकेट की दुनिया में कदम रखने के साथ ही अंडरवुड ने रिकॉर्ड बनाना शुरू कर दिया था. काउंटी क्रिकेट में केंट के लिए खेलते हुए उन्होंने एक सीजन में ही 100 विकेट ले लिया था. ऐसा करने वाले वो सबसे युवा गेंदबाज थे. उन्होंने साल 1963 में 18 साल की उम्र में ये कारनामा किया था.इंग्लैंड की जीत में डेरेक अंडरवुड ने 15 के शानदार औसत के साथ 123 विकेट लिए हैं. इस दौरान उन्होंने दस बार पांच या उससे अधिक विकेट लिए. उन्होंने 676 प्रथम श्रेणी की मैच में 2465 विकेट और लिस्ट ए के 411 मुकाबलों में 572 विकेट हासिल किए हैं.

1968 में की थी करिश्माई गेंदबाजी

डेरेक अंडरवुड को यूं ही इंग्लैंड सबसे बेहतरीन स्पिनर नहीं कहा जाता.उनकी गेंदें इतनी खतरनाक थी कि हारी हुई बाजी जीत में बदल जाया करती थी. उन्होंने कई बार अपनी करिश्माई गेंदबाजी से टीम को जीत दिलाई, जिसमें 1968 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओवल में खेला गया मुकाबला भी शामिल है. इस मैच उन्होंने वो कर दिखाया, जिसकी किसी को उम्मीद भी नहीं थी. मैच खत्म होने में सिर्फ 5 मिनट बाकी था, ड्रॉ होने की उम्मीद सबसे ज्यादा थी. लेकिन आखिरी विकेट लेकर जीत इंग्लैंड के नाम किया. इस मुकाबले के दूसरी पारी में उन्होंने 50 रन देकर 7 विकेट हासिल किया था.

Post a Comment

0 Comments

Ad Code

Responsive Advertisement